धन-वैभव के दाता: कैसे बदलेंगे शुक्र की चाल कौन सी राशियों को मिलेगा अद्भुत धन-वैभव

जब भी शुक्र ग्रह अपनी चाल बदलता है, तो यह वित्तीय, प्रेम संबंधी और करियर के मामलों में अहम परिवर्तन लेकर आता है। वर्ष 2025 में शुक्र ग्रह के गोचर से विशेषकर नौकरी और करियर में तरक्की के योग बन सकते हैं। आइए, विस्तार से जानते हैं कि कैसे इन परिवर्तनों का विभिन्न राशियों पर … Read more

तीर्थयात्रा में मासिक धर्म: प्रेमानंद महाराज का दृष्टिकोण

तीर्थयात्रा भारतीय संस्कृति और आध्यात्मिकता का एक अभिन्न अंग है। अक्सर यात्रा के दौरान महिलाओं को मासिक धर्म के दौरान कुछ विशेष परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है और ऐसे में प्रेमानंद महाराज का दृष्टिकोण काफी रोचक और सहानुभूतिपूर्ण है। इस ब्लॉग में हम विस्तार से जानेंगे कि प्रेमानंद महाराज ने इस विषय पर क्या … Read more

मां कालरात्रि: नवरात्रि के सातवें दिन का दिव्य स्वरूप

नवरात्रि का पर्व भारतीय संस्कृति में एक अनूठी आध्यात्मिक धरोहर है, जिसमें देवी दुर्गा के विभिन्न रूपों की पूजा की जाती है। विशेष रूप से, सातवें दिन मां कालरात्रि का रूप अत्यंत उग्र, शक्तिशाली और रहस्यमय माना जाता है। इस ब्लॉग में, हम मां कालरात्रि की दिव्यता, पौराणिक कथा, पूजा विधि एवं उनके महत्व के … Read more

छठी नवरात्रि: माँ कात्यायनी का दिव्य स्वरूप और पूजा विधि

नवरात्रि के इस पावन अवसर पर हर दिन की तरह छठा दिन भी अनोखा और महत्त्वपूर्ण होता है। इस दिन माँ दुर्गा के छठे स्वरूप, माँ कात्यायनी, की पूजा विशेष रूप से की जाती है। आइए, जानते हैं माँ कात्यायनी की दिव्यता, उनकी उत्पत्ति और छठी नवरात्रि की पूजा विधि। माँ कात्यायनी का दिव्य स्वरूप … Read more

नवरात्रि के पांचवें दिन का विशेष महत्व: मां स्कंदमाता की पूजा

नवरात्रि के नौ दिनों में प्रत्येक दिन देवी के अलग-अलग स्वरूप का पूजन किया जाता है। पांचवां दिन मां स्कंदमाता की पूजा का दिन होता है, जो भक्तों के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है। इस ब्लॉग में हम जानेंगे कि कैसे मां स्कंदमाता का पूजन किया जाता है, उनकी विशेषताओं के बारे में, और … Read more

माँ कूष्मांडा – सृष्टि की आदिशक्ति का दिव्य प्रकाश

नवरात्रि के चौथे दिन, जब चैत्र नवरात्रि अपने चरम पर होती है, माँ कूष्मांडा की पूजा का विशेष महत्व होता है। इस दिन को उनके नामकरण, स्वरूप और भव्य उपासना विधि के साथ याद किया जाता है। आइए जानते हैं माँ कूष्मांडा के बारे में विस्तार से: माँ कूष्मांडा का अर्थ और नामकरण माँ कूष्मांडा … Read more

नवरात्रि के तीसरे दिन का महत्त्व: माँ चंद्रघंटा की पूजा विधि

नवरात्रि के तीसरे दिन का अपना एक अनूठा महत्त्व है। इस दिन माँ दुर्गा के तृतीय स्वरूप, माँ चंद्रघंटा की पूजा-अर्चना की जाती है। इस ब्लॉग में हम विस्तृत रूप से जानेंगे कि कैसे माँ चंद्रघंटा की पूजा की जाती है, उनकी विशेषताओं के बारे में, और पूजा विधि के हर चरण का वर्णन। माँ … Read more

Vastu Shastra: आर्थिक परेशानियाँ दूर करने के 5 आसान उपाय

आज के तेज़-तर्रार जीवन में आर्थिक चुनौतियाँ और परेशानियाँ आम हैं। परंतु सकारात्मक ऊर्जा और सही उपायों के द्वारा इन समस्याओं का समाधान किया जा सकता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर की सजावट, दिशा और उपयुक्त प्रतीकों का समुचित उपयोग आर्थिक समृद्धि को बढ़ावा देता है। नीचे दिए गए पाँच आसान उपायों को अपनाकर … Read more

मां ब्रह्मचारिणी: तप, संयम और साधना की देवी

चैत्र नवरात्रि के दूसरे दिन, मां ब्रह्मचारिणी की पूजा की जाती है। मां ब्रह्मचारिणी तप, संयम और साधना की देवी हैं, जिनकी आराधना से भक्तों को ज्ञान, ध्यान और वैराग्य की प्राप्ति होती है। उनकी कृपा से जीवन में सुख, शांति और समृद्धि आती है। मां ब्रह्मचारिणी का स्वरूप मां ब्रह्मचारिणी का स्वरूप अत्यंत दिव्य … Read more

नवरात्रि के पहले दिन माँ शैलपुत्री की आराधना और पूजा विधि

चैत्र नवरात्रि हिंदू संस्कृति का एक अत्यंत महत्वपूर्ण पर्व है, जिसमें माँ दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा की जाती है। यह पर्व न केवल आध्यात्मिक उन्नति का प्रतीक है बल्कि जीवन के सभी संकटों और नकारात्मक ऊर्जा से मुक्ति का भी संदेश देता है। इस वर्ष चैत्र नवरात्रि का आरंभ 30 मार्च 2025 से … Read more